कृषि उन्नति योजना जाने इसके विशेषता और मिलने वाले लाभ
परिचय: दोस्तों आप सभी का इस पोस्ट में स्वागत है।जैसे की आप सभी को यह तो पता होगा की हमारे इस भारत देश में कुछ वर्षो से कृषि क्षेत्र में काम पैदावार हो रहा है जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बहुत ज्यादा परेशानियों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इन्ही सब चीजों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार द्वारा एक योजना शुरू की गयी है इस योजना का नाम कृषि उन्नति योजना है। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले किसान समूह के लोग बेहतर तरीके से लाभ उठा सकते है। और ये योजना किसानो की आय में वृद्धि, कृषि उत्पादकता में सुधार और कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने पर केंद्रित है।

इस योजना की शुरुआत कब हुआ किसने किया?
कृषि उन्नति योजना (KUY ) को फरबरी 2025 में हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया जायेगा।
इस योजना के कुछ मुख्य पहलु
उद्देस्य: इस योजना के मुख्य उद्देस्य निम्नलिखित है:
इस योजना का उद्देस्य किसानो की आय को बढ़ाना और खेती की लागत को काम करना है।
इसके तहत किसानो को उनसे ख़रीदे गए धान के आधार पर 19257 रुपये प्रति एकड़ की दर से मदद दी गयी।
कृषि की उत्पादकता में सुधार करना और बढ़ाबा देना है।
इस कृषि उन्नति योजना से कृषि में रोजगार के अवसरों को बढ़ाना है।
कृषि क्षेत्र को ज्यादा या अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है।
इतना ही नहीं फसल उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने का भी मकसद है, और इस योजना से किसानो की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
विशेषता:
इस कृषि उन्नति योजना के तहत किसानो को तरह तरह की कृषि गतिविधियों या क्रियाकलापों के लिए सब्सिडी प्रदान करना है और योजना में किसानो को परिक्षण और तकनिकी सहायता प्रदान करना।
किसान ग्रामीण स्तर पर किसानहित समूह (FLGS ) बना सकते है और जिला या राज्य स्तर पर संगठनों या कंपनियों में संघित हो सकते है। वस्तु विशिस्ट कलस्टर बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए जहा कम से कम 50 से 60 % क्षेत्र लक्षित वस्तुओं के साथ फसल की जाती है। इस योजना के तहत FLGS को शामिल करने के लिए उस क्षेत्र में मौजूदा FPC से भी संपर्क किया जा सकता है, और यह एक नए FPC के निर्माण के लिए खर्च को बचाने में मदद करेगा।
परीक्षण, सहायता, ICS प्रवंधन, प्रलेखन और PGS या Third Party System के तहत NPOP के माध्यम से जैविक प्रमाण:
इस KUY Scheme के तहत तीन वर्षों की अवधी के लिए प्रति हेक्टेयर दस हजार रुपये की वजट प्रावधान सक्षम सेवा प्रदाताओं की सेवाओं को काम पर रख्नने के लिए किया गया है ताकि और बेहतर उत्पादन और समन्वय के लिए FPC गठन और हाथो हाथ, ICS प्रवंधन प्रलेखन और प्रमाणन दोनों के लिए केवल एक एजेंसी को काम पर रखा जाए। और इस योजना में कृषि उत्पादों के लिए बाजार खोलने में किसानो की मदद करना और कृषि क्षेत्र में अनुसंशाधन और विकास को बढ़ावा दिलाना है।
krishi Unnati Yojana से मिलने वाले लाभ:
कृषि उन्नति योजना भारत सरकार का एक बड़ा कार्यक्रम है यह किसानो और ग्रामीण क्षत्रो में रहने वाले लोगो को कई लाभ और आर्थिक मदद देता है, इसका लक्ष्य खेती को बेहतर बनाना और किसानी करने वाले लोगो के जीवन को बेहतर बनाना है और इस योजना से किसानो की आय में वृद्धि होगा।
नुक्सान:
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानो को कई प्रकार के दस्तावेजों की जरूरत होती है जिसके लिए किसान काफी परेशान हो जाते है।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानो को विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है।
इस योजना के तहत सभी किसानो को लाभ नहीं मिल पाता है क्यूंकि उन्हें इस योजना के बारे में पता नहीं होता इसलिए उन्हें इस योजना का लाभ उठाने के लिए अपने नजदीकी कृषि कार्यालय में संपर्क करते रहना चाहिए।
इसपे click करके यूपी कृषि उपकरण सब्सिडी योजना के बारे में जानकारी पा सकते है।
Kuy Yojana को पाने के लिए जरुरी दस्तावेज
आवेदन प्रमाण पत्र
पहचान प्रमाण पत्र
निवास प्रमाण पत्र
कृषि भूमि का प्रमाण पत्र
बैंक खता पासबुक
निष्कर्ष: KUY किसानो के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है यह योजना भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाया जायेगा जो की किसानो की रोजमार्रा जिंदगी को बेहतर बनाने का प्रयास करेगा।
What do you think?
Show comments / Leave a comment